आप क्या करें ?

जिसे जानकर आप कभी निराश नहीं होंगें ।

7/8/20231 min read

सुख दुःख लाभादि त्यक्ते काले क्षणार्धमपि व्यर्थं न नेयम् ।।

अर्थात् सुख-दुःख इच्छा लाभ आदि की परवाह किये बिना अपने जीवन का आधा क्षण भी व्यर्थ न जाने दो । काल भी पराजित नहीं कर सकता ।

-स्वामी अमृतानन्द